#Datachorcongress हैशटैग का जवाब हैशटैग #ElectionchorBJP। जाने औऱ क्या क्या आएगा? २०१९ अपने आप में अनोखा इलेक्शन होगा।

#ElectionchorBJP है #Datachorcongress का जवाब। गज़ब का युद्ध छिड़ गया है २०१९ के चुनावों का ब्युग़ल बजते ही। औऱ इस युद्ध में शालीनता नजर नहीं आएगी, ये तो एक दूसरे को चोर पहले ही वार में साबित करने पर तुले हुए हैं, इसी बात से साफ़ हो गया है।

वैसे क्यों #electionchorbjp हैशटैग बनाया गया? जाहिर है जब डाटा चोरी के कांग्रेस पर आरोप लगाए गए, तो यह आरोप कांग्रेस तक क्यों सीमित रहे! नरेंद्र मोदी तो कांग्रेस के बहुत पहले से ही डिजिटल मीडिया पर पकड़ जमा चुके थे। हर वो माध्यम जिससे वह लोगों से संपर्क कर सकते थे उन्होंने उस माध्यम को अपना लिया था। औऱ इसमें से एक है नरेंद्र मोदी एप्प

क्या नरेंद्र मोदी एप्प आपके डाटा को चुराकर गलत इस्तेमाल करती है?

इस एप्प को डाऊनलोड करते समय यह एप्प यूजर को अपनी इन्फॉर्मेशन शेयर करने की इजाज़त चाहता है। जो सारी #ElectionchorBJP को लेकर सारी ट्वीट्स मैंने इस हैशटैग की पढ़ी, मैं यह समझ पाया हूं कि यह एप्प ट्वीट में दी गई तसवीर के मुताबिक आपके डाटा का यूज़ कर सकेगा।

इस एप्प के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोक संपर्क के कई नए तरीके आजमायें। उनमें से एक तरीका NCC केडेट्स से सीधा संवाद बनाने का भी था। जिसके तहत, NCC की तरफ से उनके कार्यालयों को एक पत्र लिखा गया था। जो नीचे दी गई ट्वीट की तसवीर में पढ़ा जा सकता है।

NCC कैडेट्स को संवाद के लिए बुलाया जाना औऱ आने से पहले नरेंद्र मोदी एप्प डाऊनलोड करवाना, क्या डाटा की चोरी हो सकता है?
NCC द्वारा अपने कार्यालयों को नरेंद्र मोदी एप्प डाऊनलोड करवाने के लिए पत्र लिखा गया।

अब किसी भी जनसमुदाय के साथ संवाद करने से पहले अपने ऑडियन्स को वक्ता के नजरिए से समझना जरूरी है। औऱ अगर ऑडियन्स भी वक्ता को बख़ूबी जानती हो तो संवाद दो तरफ़ा औऱ आसान हो जाता है। शायद इसी के तहत यह एप्प एक जरिया हो ये हो सकता है।

#ElectionchorBJP हैशटैग की सारी बातें समझने के बाद मैं यह समझ पा रहा हूं कि जो लोग नरेंद्र मोदी एप्प डाऊनलोड करते हैं। उनके डाटा को भाजपा चुराकर अपने कैंपेन को मजबूत बनाने में इस्तेमाल करती है यह आरोप लगता है। अब सोशल मीडिया एक्सपर्ट होने के नाते मुझे यह पता है कि कोई भी एप्प जो स्मार्ट फोन के लिए या किसी भी माध्यम के लिए बनाई गई है, वह अपने यूज़र का सारा डाटा अपने आप पाती है, चुंकि वह डाटा कानूनी तौर से संरक्षित होने की वजह से मनचाहा इस्तेमाल नहीं कर सकती। इसलिए वह यूज़र से कुछ परमिशन चाहती है।

किसी भी एप्प की तरह नरेंद्र मोदी एप्प भी आपका डाटा इस्तेमाल करने की परमिशन मांगती है।

यही कारण है नरेंद्र मोदी एप्प भी यह मंजूरी यूज़र से मांगती है। औऱ यही परमिशन कांग्रेस की एप्प भी मांगती है। यह कोई नई बात नहीं है। अब इस बात को डाटा चोरी कहना मेरे हिसाब से ठीक नहीं। क्या आप मेरी बात से सहमत हैं? है तो क्यों औऱ नहीं, तो क्यों! अपनी राय जरूर रखें। क्योंकि की सही गलत का फैसला आप जैसे प्रबुद्ध नागरिक को ही करना है।

कांग्रेस की एप्प भी वैसी ही परमिशन चाहती है जैसी नरेंद्र मोदी एप्प या औऱ कोई भी एप्प मांगती है।

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