ममता बनर्जी ने NDA के खिलाफ नरेंद्र मोदी को कड़ी चुनौती देने के लिए हाल ही में NDA से अलग हुए चंद्रबाबू नायडू औऱ शिवसेना को साथ लेकर दिल्ली में तिसरे मोर्चे के गठन की तैयारियां शुरू कर दी है। यह देखना दिलचस्प होगा कि छोटी बड़ी प्रादेशिक पार्टियां अपनी अपनी सोच को किनारे रखकर ममता बनर्जी की कितनी सहायता कर सकेंगी। हालांकि भारत में तीसरा मोर्चा हमेशा से ही नाक़ाम रहा है। लेकिन २०१९ के चुनाव हर हाल में अलग औऱ अपने आप में अनूठे होंगे ऐसा जान पड़ता है।
क्या है उत्तरप्रदेश के उपचुनावों में भाजपा की हार का राज़?
एक तरफ तो भाजपा जिन राज्यों में चुनाव लड़ी है उन सभी राज्यों में बहुत भारी मतों से जीत हासिल की है। लेकिन जहां भी उपचुनाव हुए हैं, ज्यादातर उपचुनावों में भाजपा को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है। ऐसा क्योंकर होता है कि मुख्य चुनाव जीतने वाली भाजपा उन्हीं राज्यों में होनेवाले उपचुनाव […]