​दोस्ती क्या है?

दोस्ती नजराना है…

दोस्ती अफसाना है…

दोस्ती तराना है…

दोस्ती अहेसास है…

दोस्ती जिम्मेदारी है…

दोस्ती दिन का उजाला है…

दोस्ती रात की चाँदनी है…

दोस्ती ठँड मेँ धूप है…

दोस्ती धूप मेँ छाँव है…

दोस्ती घर के बाहर अपनापन है…

दोस्ती मुश्कीलोँ का हल है…

दोस्ती घावोँ पे मरहम है…

दोस्ती है तो जीवन मेँ मस्ती है…

दोस्ती है तो हमारी हस्ती है…

आप से दोस्ती भीड के समँदर मेँ,

हमारी कश्ती है…

आपसे दोस्ती है तो हमारी हस्ती है…

सारे दोस्तोँ को समर्पित…

सुनील चापोरकर

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