हर साल चैत्र मास के पहले दिन यानी शुक्ल पक्ष प्रतिपदाको गुढ़ी पड़वा का पर्व मनाया जाता है। शक संवत को भारत का आधिकारिक कैलेंडर माना जाता है। चैत्र मास से नया शक संवत शुरू होता है। समूचे उत्तर भारत एवं कई दक्षिणी राज्यों में नए साल का प्रारंभ इसी दिन से होता है। ब्रम्ह […]
क्या है उत्तरप्रदेश के उपचुनावों में भाजपा की हार का राज़?
एक तरफ तो भाजपा जिन राज्यों में चुनाव लड़ी है उन सभी राज्यों में बहुत भारी मतों से जीत हासिल की है। लेकिन जहां भी उपचुनाव हुए हैं, ज्यादातर उपचुनावों में भाजपा को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है। ऐसा क्योंकर होता है कि मुख्य चुनाव जीतने वाली भाजपा उन्हीं राज्यों में होनेवाले उपचुनाव […]
मेघालय चुनाव नतीजों से 7 बिझनेस लेसन्स।
मेघालय में ५९ बैठकों पर चुनाव हुए जिसमें २१ बैठकों पर कांग्रेस ने विजय हासिल की, जबकि २ बैठक भाजपा ने काबिज़ की। औऱ बाक़ी बैठक अन्य दलों के खाते में गई जिसमें मुखतः एन पी पी के १९ सदस्य जीते। इस पार्टी का गठन कांग्रेस से निकले दिवंगत पी ए संगमा ने कीया था। […]
पूर्वोत्तर राज्यों में क्यों लहराया केसरिया?
वामपंथियों को त्रिपुरा में तीस साल मिलते अगर इसबार भी वो जीत जाते। कांग्रेस मेघालय में घायल हो गई। इन दो राज्यों में कांग्रेस कि बहुत बुरी शिकस्त हुई है। आज़ादी के सत्तर साल किसी भी देश को विकसित होने के लिए बहुत काफ़ी वक़्त होता है। लेकिन इन सत्तर सालों में कांग्रेस ने देश […]
रिश्ते अब डिजिटल हो गए हैं
अजनबियों से रिश्ते जोड़ लेते हैं घरों में अपनों से बात करने की फुर्सत नहीं फ़ेसबुक पर बधाइयां देते फिरते हैं, मां बाबूजी का जन्मदिन याद ही नहीं रहता अच्छी सी फोटो बीवी के साथ पोस्ट कर दी ज़माने को लगता है क्या ख़ुशगवार ज़िंदगी जी लोग बहुत लाइक किया करते हैं कौन ख़ुश है […]
जूली से मॉम तक
बचपन से पचपन तक जलवा बिखेरती रही औऱ आख़री मंज़िल तक चर्चित रही सदाबहार अदाकारा श्रीदेवी। उनकी पहली हिंदी फिल्म जुली में डरी सहमी सी दिखने वाली श्रीदेवी, अपनी आखिरी फ़िल्म मॉम में अपनी बेटी के गुनाहगारों को शेरनी की तरह झपटके मारने में ज़रा भी नहीं हिचकिचाई। जूली से मॉम तक के उनके सफ़रमें […]
जी लो दोस्तों, होली में जिंदगी ज़रा।
धरती का हरा, सूरज का सुनहरा मन का गहरा, जोबन का छरहरा दोस्तीका मदभरा, मस्तीका दमभरा फागुनका कसभरा, जीवनका रसभरा त्यौहार मना रहा होली का रंगभरा हो गया है मौसम उमंगभरा मनमें है उल्लास भरा तनोंमें है जोश भरा आसमां तक हवाओंमें ग़ुलाल भरा फ़िज़ाओं में होली का हुड़दंग भरा जी लो दोस्तों, होली में […]
मत खेलो होली, तुम बचाओ पानी
ख़ूब चला है दौर, आओ बचाएं पानी, करेंगे हम खराब, कहेंगे, तुम बचाओ पानी, ख़ूब चलाएंगे हम बूचड़खाने, ख़ूब बहाएंगे पानी, ख़ूब खाएंगे हम कबाब, ख़ूब चबाएंगे हड्डी, फिर कहेंगे तुमको, मत खेलो होली, तुम बचाओ पानी, बनाएंगे हम कोल्ड्रिंक, ख़ूब छीनेंगे पानी, उकसाएंगे तुम्हें, ख़ूब पियो कोल्ड्रिंक तुम, मत पीयो पानी, फ़िर कहेंगे तुम्हें […]
भगवान के बारे में आप क्या जानते हैं?
क्या आप भगवान को मानते हैं? आप भगवान के बारे में क्या जानते हैं? क्योंकि मानने के लिए जानना ज़रूरी है, वैसे ही जानने के लिए मानना ज़रूरी है। तो भगवान को जानने के लिए भगवान शब्द का अर्थ क्या है इस प्रश्न से शुरू करना चाहिए। कही सुनी बातें हमें भगवान तक शायद न […]
Half Ticket…Kids and the Expo
Managing kids’ event is no kids game. In the mid summer when heat wave picks up and exams goes on usually in March in Gujarat and moms have all the pressure for kids to score better, making kids participate in an expo where three days full of activities happened which need full energy of kids. […]